Kanpur Dehat News:कानपुर देहात में उफनाई यमुना नदी के जल स्तर में मैं तेजी के साथ हो रही बढ़ोतरी की गति धीमी हुई है। जिसके चलते यमुना- सेंगुर के संगम स्थल वाले गांवों के ग्रामीणों ने बाढ़ का खतरा टलने से राहत की सांस ली है। लेकिन अभी यहां के लोगों की परेशानियां दूर नहीं हो पाई हैं। आढ़न-पथार गांव के रास्ता की पुलिया पानी में डूबी होने से आवागमंके लिए अभी भी नावों का ही सहारा है।
कानपुर देहात उफनाई यमुना के कहर से ज्वार बाजारा तिली व अरहर की फसलें पूरी तरह पानी में डूब गई है।वहीं मवेशियों के लिए भी चारे का संकट बन गया है। यमुना का पानी उल्टा सेंगुर नदी में घुसने से आढ़न-पथार के रास्ते में बीस फुट तक भर जाने से यहां के ग्रामीणों को आवगमन के लिए अब सिर्फ दो नावों का ही सहारा बचा है। जबकि इन दोनों गांवों के साथ मुसरिया,पड़ाव, कुंभापुर, नयापुरवा, भुंडा व चपरघटा आदि गांव भी बाढ़ से घिरे हुए हैं।
क्रेंदीय जल आयोग के कालपी स्थित केंद्र के शिफ्ट प्रभारी सौरभ यादव ने बताया कि यमुना के जलस्तर रविवार भोर पहर से स्थिर हो गया है। सुबह सात बजे तक यमुना खतरे के निशान से 86 सेमी ऊपर 108.86 मीटर पर बह रही थी। वही जिला आपदा विशेषज्ञ अश्वनी वर्मा ने बताया कि यमुना के जलस्तर पर प्रशासन नजर रखे हुए है। दिन में यमुना के जलस्तर में गिरावट शुरू होने की संभावना है।